हिंदी में स्क्रिप्ट कैसे लिखें
फिल्म स्क्रिप्ट राइटर Part-2 में आपका स्वागत है मैंने पिछले ब्लॉग में आपको इंडोर लोकेशन के बारे में बताया था. आज हम आपको आउटडोर लोकेशन के बारे में बताने जा रहें हैं. जैसा की आपको पता है इंडोर का मतलब होता है अन्दर का और आउटडोर मतलब बहार का इन्हीं दो लोकेशन पर किसी भी मूवी की शूटिंग होती है.
2. आउटडोर शूटिंग
आउटडोर शूटिंग का मतलब होता है कमरे, माकन हॉल या मॉल से बहार जाकर जो भी लोकेशन हम सेलेक्ट करके शूट करतें हैं सब आउटडोर शूटिंग कहलाता है . जैसा की आप निचे वाले पिक्चर में देख रहे हैं. जहाँ आप देख रहे हैं की एक घास के मैदान में शूट हो रहा है. जहाँ कुछ पुआल का कुछ ढेर लगा हुआ है और कलाकार उसके सामने बैठा हुआ है और कमरा मन उसे शूट कर रहा है.
Outdoor Shooting
आउटडोर शूटिंग में फिल्म की लगत बढ़ जाती है क्योंकिं इसमें पूरी फिल्म यूनिट को उस लोकेशन तक मूव करना पड़ता है इसमें लोकेशन चार्ज, परमिशन ऑफ़ लोकेशन, मैन पॉवर, सिक्यूरिटी, रहने का खाने का ट्रवेल आदि का कोस्ट बढ़ जाता है. सही और सफल राइटर वही होता है जो कम से कम आउटडोर लोकेशन में पूरी फिल्म तैयार करबा दे. साथ ही साथ प्रोडूसर को कम से कम खर्चा पर मूवी शूट करबा दे. इस बात की जिम्मेवारी डायरेक्टर पर भी निर्भर करता है जो आवश्यकता अनुसार लोकेशन को एडजस्ट कर लेता है. बांकी का काम एडिटिंग पर भी होता है. इस तरह से इन दोनों लोकेशन पर फिल्म की शूटिंग होती है. चाहें कितनी ही बड़ी फिल्म क्यों न हो इन्ही दोनों लोकेशन पर फिल्म की शूटिंग होती है.
नोटे: अगले ब्लॉग में हम आपको कुछ शॉट्स के बारे में बताएँगे इसलिए आप से अनुरोध है की आप हमारे ब्लॉग को अवश्य देधें और ज्यादा से ज्यादा दोस्तों तक शेयर करें.
No comments:
Post a Comment