हिंदी में स्क्रिप्ट कैसे लिखें
दोस्तों आज हम आपको हिंदी में स्क्रिप्ट कैसे लिखा जाता उसके बारें में बताने जा रहे हैं . इसके लिए हमें फिल्म का कुछ बेसिक ज्ञान होना जरुरी है. फिल्मे तो आपने बहुत देखी होगी पर आपने कभी सोचा है की फिल्म की स्क्रिप्ट कैसे लिखी जाती है. सबसे पहले हम आपको कुछ बेसिक टिप्स बतातें हैं फिल्म की शूटिंग सिर्फ दो लोकेशन पर होती है :-
१. इनडोर लोकेशन या इंडोर शॉट २. आउटडोर लोकेशन या आउटडोर शॉट
१. इंडोर शूटिंग :-
इनडोर का मतलब होता है कमरे के अन्दर, हॉल के अन्दर या किसी माकन के अन्दर या मॉल के अन्दर इस तरह की शूटिंग सीरियल में या फिल्मों सबसे ज्यदा होती है. आपने टीवी पर सीरियल बहुत देखी होगी ज्यादा तर सीरियल की शूटिंग इनडोर ही होती है जिसमें एक ही लोकेशन पर विभिन्न तरह का सेट तैयार कर ली जाती है जो समय के हिसाब से बदलते रहता है लेकिन आपको लगता है की यह तो दुसरे जगह का सिन है पर यह सब एक ही लोकेशन पर तैयार किया हुआ अलग-अलग सेट होता है. दुकाने भी लोकेशन के हिसाब से बदल दी जाती है जिससे लगता है हम तो कही और आ गए लेकिन हम उसी जगह पर रहते हुए अलग अलग सेट तैयार कर लेते हैं और यह सब काम सेट डिज़ाइनर का होता है. उनकी एक टीम होती है जिसका काम सेट को बनाना और फिर सेट तोड़ कर नए सेट बनाना. अगर यह काम एक दो मजदूर करे तो एक सेट बनाने में काफी समय लग जायेगा पर टीम वर्क होने से घंटों का काम मिनटों में तैयार हो जाता है . सबसे अच्छा फिल्म स्क्रिप्ट राइटर वही कहलाता है जो कम से कम लोकेशन पर जायदा सिन निकाले जिससे प्रोडूसर को लागत कम होती है और कम से कम लागत में पूरी फिल्म तैयार हो जाती है.
Indoor Shooting
Indoor Shooting
जैसा की ऊपर वाले सिन से पता लगता है की दोनों सिन इंडोर शूटिंग का है. इन सब बातों का ध्यान रखकर स्क्रिप्ट लिखी जाती है. सही और सफल स्क्रिप्ट राइटर वही होता है जो प्रोडूसर के जेब का ख्याल रखकर स्क्रिप्ट लिखे जिससे फिल्म मेकिंग में कम से कम लागत आये.
नोट: अगले ब्लॉग में हम आपको आउटडोर शूटिंग के बारे में बताएँगे इसलिए आप कोई भी हमारा इस ब्लॉग को मिस न करे और इसे जयादा से जयादा लोगों तक शेयर करें ताकि हम आपको फिल्मो से जुड़ी जानकारियां देते रहें .
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